Thursday, January 25, 2018

पद्मावत: मुंबई, गोवा में सिनेमा घरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

फिल्म ‘पद्मावत’ आज देश भर में रिलीज हो रही है लेकिन न्यायालय से हरी झंडी मिलने के बावजूद फिल्म का व्यापक विरोध हो रहा है जिसे देखते हुए राज्यों ने सिनोमाघरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
मुंबई पुलिस ने सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। अधिकारियों ने बताया, कि शहर पुलिस ने कल करणी सेना के 100 से अधिक समर्थकों को एहतियातन हिरासत में लिया है।
उन्होंने बताया, कि सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के अलावा जरूरत पड़ने पर अंदर भी कुछ पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अनेक स्थानों से लोगों को हिरासत में लिया गया है। 
दूसरी तरफ गोवा में भी इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। गोवा के पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंदर ने आज कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए थियेटर के बाहर सुरक्षा कडी की गई है।
उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘हम नजर रख रहे हैं और पद्मावत दिखाने वाले सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहले ही कहा था कि अगर इसे सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल जाती है तो इसे राज्य में प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा।"
करणी सेना और अन्य संगठन फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ के आरोपों में फिल्म का विरोध कर रहे हैं। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म 13 वीं शताब्दी में मेवाड़ के महाराजा रतन सिंह और दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुये संघर्ष पर आधारित है।
उच्चतम न्यायालय ने गुजरात और राजस्थान में इसके प्रदर्शन पर लगे प्रतिबंध पर रोक लगाते हुये पिछले सप्ताह देश भर में पद्मावत के रिलीज का मार्ग प्रशस्त कर दिया था।
इस बीच फिल्म ‘पद्मावत’ को पूरे देश में रिलीज करने संबंधी अपने आदेश का उल्लंघन करने के मामले में उच्चतम न्यायालय चार राज्यों की सरकारों और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग करने वाली दो अलग अलग याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई करेगा।
कांग्रेस समर्थक तहसीन पूनावाला और वकील विनीत ढांडा ने ये याचिकाएं दायर की है। ‘पद्मावत’ की रिलीज का विरोध कर रही भीड़ को काबू करने में कथित रूप से नाकाम रहने को लेकर राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकारों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने की मांग पूनावाला ने की है। वहीं कथित हिंसक विरोध करने को लेकर करणी सेना और इसके पदाधिकारियों के खिलाफ भी अवमानना कार्रवाई की मांग ढांडा ने की है।
प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा, ‘‘सभी ताजा याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई होगी।’’ 
इससे पूर्व न्यायालय ने पद्मावत की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करने वाली कई याचिकाओं को विभिन्न आधारों पर खारिज कर दिया था। कुछ राज्यों द्वारा फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद इसके निर्माताओं ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।